बंगाल में तृणमूल, असम में भाजपा व केरल में वाम की सत्ता बरकरार, तमिलनाडु में डीएमके की सरकार होगी
चार राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेश में चुनावी प्रक्रिया संपन्न, चौंकाने वाला विधानसभा का चुनाव परिणाम
बेबाक अड्डा, रांची/दिल्ली/असम
केंद्रशासित प्रदेश पुडुचेरी सहित चार राज्य पश्चिम बंगाल, असम, केरल व तमिलनाडु के विधानसभा चुनाव का परिणाम सामने आ गया है. विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा चौंकाने वाला परिणाम पश्चिम बंगाल में देखा गया. सभी अटकलों को धत्ता बताते हुए तृणमूल कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा चुनाव में 200 से ज्यादा सीटें हासिल की है. हालांकि नंदीग्राम से ममता बनर्जी हार गई हैं. तृणमूल कांग्रेस पार्टी को चुनाव में 48 फ़ीसदी वोट पड़े हैं. पश्चिम बंगाल, असम व केरल में सत्ताधारी पार्टी की सत्ता बरकरार है. तमिलनाडु में एमके स्टालिन की पार्टी डीएमके की सरकार 10 साल बाद बनने की ओर अग्रसर है. 10 वर्षों के बाद ऑल इंडिया अन्नाद्रविड़ मुनेत्र कषगम की विदाई तय करने के बाद द्रविड़ मुनेत्र कषगम के नेतृत्व में गठबंधन की सरकार सत्ता में वापसी कर रहा है. पुडुचेरी में ऑल इंडिया एनआर कांग्रेस के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार बनाने जा रहा है. पुडुचेरी में राजग को 15 एवं कांग्रेस गठबंधन को 7 सीटें हासिल हुई है. केरल एवं असम में सत्तारूढ़ गठबंधन ने अपनी दूसरी पारी की शुरुआत करेंगे. आंकड़ों पर गौर करें तो पश्चिम बंगाल में 294 विधानसभा सीट है. 2 सीट पर चुनाव टल जाने की वजह से कुल 292 सीटों पर चुनाव हुआ था. तृणमूल कांग्रेस पार्टी को यहां 213 सीटें हासिल हुई. वाम- कांग्रेसका पूरी तरह से सफाया हो गया. भारतीय जनता पार्टी ने 77 सीटें हासिल की है. केरल में कुल 140 सीटों पर चुनाव हुआ था. यहां एलडीएफ को 99 सीट, यूडीएफ को 41 सीट प्राप्त हुआ. भाजपा एवं अन्य पार्टियों ने यहां 1 सीट भी प्राप्त नहीं हुई. असम में 126 सीटों पर चुनाव हुआ था. यहां भाजपा ने 75 प्लस, कांग्रेस में 50 प्लस एवं अन्य को एक सीट प्राप्त हुआ. तमिलनाडु में 234 सीटों पर चुनाव हुआ था. यहां एआईडीएमके को 75 प्लस, डीएमके को 156 प्लस एवं अन्य को 3 सीट प्राप्त हुआ. पुडुचेरी में 30 सीट पर चुनाव कराया गया था. यहां एनडीए को 16 सीट, यूपीए को 8 सीट एवं अन्य को 6 सीट प्राप्त हुआ.
मधुपुर विधानसभा उपचुनाव में मंत्री हफीजुल ने पिता की विरासत को बरकरार रखा
झारखंड में मधुपुर विधानसभा उपचुनाव में सूबे के मंत्री हफीजुल हसन ने निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा के गंगा नारायण सिंह को 5247 वोट से पराजित कर अपने पिता पूर्व मंत्री स्व हाजी हुसैन अंसारी की विरासत को बचाए रखा. झारखंड मुक्ति मोर्चा के उम्मीदवार हाफीजुल हसन ने उपचुनाव में कुल 110812 वोट प्राप्त किया. निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा के गंगा नारायण सिंह ने 105565 बोर्ड प्राप्त किया. चुनाव मैदान में कुल 6 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे थे.
प्रधानमंत्री मोदी ने दीदी को बधाई दी
ट्वीट के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की शानदार जीत पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बधाई दी है. प्रधानमंत्री ने भरोसा दिलाया है कि लोगों की आकांक्षाओं की पूर्ति और कोविड-19 से जंग में केंद्र की ओर से राज्य सरकार को हरसंभव सहयोग दिया जाएगा.
ममता दीदी ने कहा बंगाल ने भारत को बचा लिया
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि यह बंगाल की जीत है. बंगाल ने भारत को बचा लिया. उन्होंने कहा कि मेरा पहला लक्ष्य कोविड से लड़ना होगा. केंद्र सरकार प्रत्येक भारतीयों को निशुल्क टीका मुहैया कराएं. ऐसा नहीं करने पर वह धरना देंगी. उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी को देखते हुए बड़े स्तर पर शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन नहीं होगा. नंदीग्राम में कथित गड़बड़ी के खिलाफ उन्होंने अदालत जाने की बात भी कही.
पश्चिम बंगाल में कई प्रमुख चेहरे गायब
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में कई प्रमुख चेहरे गायब हो गए हैं. चुनाव हारने वालों में टालीगंज से बाबुल सुप्रीयो, चंपदानी से अब्दुल मन्नान, आसनसोल दक्षिण से सायनी घोष, तारकेश्वर से स्वप्न दासगुप्ता व जादवपुर से सुजन चक्रवर्ती शामिल हैं. पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में जीत दर्ज करने वालों में से प्रमुख चेहरा नंदीग्राम से शुभेंदु अधिकारी, कामारहाटी से मदन मित्रा, शिवपुर से मनोज तिवारी, कृष्ण नगर उत्तर से मुकुल राय एवं बेहाला पश्चिम से पार्थो चटर्जी शामिल हैं.
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