20 April 2024

bebaakadda

कहो खुल के

केंद्रीय मंत्री व लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामविलास पासवान का निधन

केंद्रीय मंत्री व लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामविलास पासवान का निधन, बेटा चिराग ने कहा मिस यू पापा…
बेबाक अड्डा, दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामविलास पासवान के निधन पर कहा कि वो अपना दुख शब्दों में बयां नहीं कर सकते हैं. मैंने अपना दोस्त खो दिया.राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि देश ने एक दूरदर्शी नेता खो दिया है. रामविलास पासवान संसद के सबसे अधिक सक्रिय और सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले मेंबर रहे. वे दलितों की आवाज थे, और उन्होंने हाशिये पर धकेल दिए गए लोगों की लड़ाई लड़ी.

भारतीय दलित राजनीति के प्रमुख नेता, लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह उपभोक्ता मामलों के मंत्री भारत सरकार 74 वर्षीय रामविलास पासवान का निधन दिल्ली में हो गया. वे दिल्ली के एस्कॉर्ट हॉस्पिटल में भर्ती थे. रामविलास पासवान के निधन की जानकारी उनके बेटे चिराग पासवान ने ट्वीट करके दी. बेटे चिराग ने कहा मिस यू पापा… उन्होंने लिखा- पापा अब आप इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन मुझे पता है, आप जहां भी हैं, हमेशा मेरे साथ हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामविलास पासवान के निधन पर कहा कि वो अपना दुख शब्दों में बयां नहीं कर सकते हैं. मैंने अपना दोस्त खो दिया. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि देश ने एक दूरदर्शी नेता खो दिया है. रामविलास पासवान संसद के सबसे अधिक सक्रिय और सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले मेंबर रहे. वे दलितों की आवाज थे, और उन्होंने हाशिये पर धकेल दिए गए लोगों की लड़ाई लड़ी. रामविलास पासवान पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे. रामविलास पासवान पिछले करीब एक महीने से अस्पताल में भर्ती थे. एम्स दिल्ली में 2 अक्टूबर को उनकी हार्ट सर्जरी हुई थी. यह उनका दूसरा हार्ट सर्जरी हुआ था. रामविलास पासवान के निधन से परिजनों के साथ-साथ पार्टी कार्यकर्ताओं में शोक का माहौल है.

रामविलास पासवान पिछले तीन दशक से केंद्रीय मंत्री के रूप में सेवा देते रहें

रामविलास पासवान वर्ष 1996 से वर्ष 1998 तक भारत के रेल मंत्री के रूप में वे अपनी सेवा दे चुके हैं. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के पहले चरण के कार्यकाल में वर्ष 1999 से वर्ष 2000 में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के कार्यकाल में वर्ष 2001 से वर्ष 2002 में केंद्रीय खनिज मंत्री के रूप में, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल में वर्ष 2004 से वर्ष 2009 तक केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री के रूप में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में 26 मई 2015 पुनः 29 मई 2019 से उपभोक्ता मामलात मंत्री भारत सरकार के रूप में अपनी सेवा दे चुके हैं.

बेटा चिराग ने पिता का अंतिम समय तक साथ नहीं छोड़ा

बिहार विधानसभा 2020 चुनाव की गहमागहमी शुरू होने के साथ ही रामविलास पासवान दिल्ली में इलाजरत थे. बिहार विधानसभा चुनाव में लोक जनशक्ति पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है. बावजूद बेटा चिराग ने अपने पिता के इलाज तक साथ नहीं छोड़ा. रामविलास पासवान कि जब से तबीयत बिगड़ी उसके बाद से बेटा चिराग पासवान किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम में नहीं गए. बिहार विधानसभा चुनाव में लोक जनशक्ति पार्टी के लिए यह एक कठिन समय है.

कद्दावर नेता रामविलास पासवान का इतिहास

  • – रामविलास पासवान का जन्म वर्ष 1946 को बिहार के खगड़िया जिले में एक गरीब और दलित परिवार में हुआ था.
  • – पहली बार वर्ष 1969 में बिहार के राज्‍यसभा चुनाव में संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के कैंडिडेट के तौर पर चुनाव जीते थे.
  • – वर्ष 1977 में जनता पार्टी के टिकट पर सांसद बने.
  • – वर्ष 1982 में लोकसभा चुनाव में दूसरी बार जीत दर्ज किया.
  • – वर्ष 1989 में नौवीं लोकसभा के लिए तीसरी बार चुने गए.
  • – वर्ष 1996 में दसवीं लोकसभा के लिए वे निर्वाचित हुए.
  • – वर्ष 2004 में लोकसभा चुनाव जीता.
  • – बारहवीं, तेरहवीं और चौदहवीं लोकसभा में भी उन्होंने जीत दर्ज किया था.
  • – वर्ष 1983 में दलित सेना का गठन किया.
  • – वर्ष 2000 में जनता दल यूनाइटेड से अलग होकर लोकजन शक्ति पार्टी का गठन किया.
  • – वर्ष 2009 में हार का सामना करना पड़ा.
  • – वर्ष 2010 में बिहार से राज्यसभा के सदस्य निर्वाचित हुए. साथ ही कार्मिक तथा पेंशन मामले और ग्रामीण विकास समिति के सदस्य बनाए गए थे.

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