प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठवीं बार लाल किले पर तिरंगा फहराया
बेबाक अड्डा, दिल्ली
आज भारत आजादी की 75वां वर्षगांठ मना रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किला पर डूबा 7.30 बजे झंडा फहराया. देशवासियों को सुबह 7:32 पर संबोधित किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8वीं बार भाषण दिया. इससे पहले प्रधानमंत्री सुबह करीब 7 बजे राजघाट पहुंचे. वहां उन्होंने महात्मा गांधी की प्रतिमा को नमन किया. प्रधानमंत्री करीब 7.15 बजे लाहौरी गेट पहुंचे, जहां तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने उनकी आगवानी की. प्रधानमंत्री ने देशवासियों को बधाई देते हुए कामना की कि आजादी के अमृत महोत्सव का यह वर्ष देशवासियों में नयी ऊर्जा और नवचेतना का संचार करे. उन्होंने कहा कि देश आज अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. आज ही के दिन भारत को अंग्रेजी हुकूमत से आजादी मिली थी. इस 75वें सालगिरह को सरकार आजादी के अमृत महोत्सव के रूप में मना रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करीब डेढ़ घंटे के भाषण में ओलिंपिक से लेकर एयरस्ट्राइक तक का जिक्र किया. मेडल विजेताओं के सम्मान में खुद भी ताली बजाई एवं देश से भी तालियां बजवाई. उन्होंने अपने संबोधन में खिलाड़ी, किसान, युवा, महिला, उद्यमी, वैज्ञानिक, डॉक्टर, फ्रंट लाइन वर्कर्स सभी का जिक्र किया. हाईड्रोजन मिशन और गति शक्ति स्कीम का ऐलान किया.
प्रधानमंत्री ने सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक का जिक्र करते हुए दुश्मनों को नए भारत का संदेश दिया. उन्हें दुनिया को बताया कि भारत बदल रहा है. भारत कठिन से कठिन फैसले ले सकता है, और इससे झिझकता भी नहीं है. उन्होंने आजादी के अमृत महोत्सव के 75 हफ्तों का ऐलान किया और यह भी कहा कि इन 75 हफ्तों में 75 वंदे भारत ट्रेन चलाई जाएंगी.
लाल किले से प्रधानमंत्री ने महत्वपूर्ण बातें कही
ओलिंपिक मेें भारत का नाम रोशन करने वाली युवा पीढ़ी एथलीट्स और हमारे खिलाड़ी यहां मौजूद हैं. मैं देशवासियों से कहना चाहता हूं कि इनके सम्मान में कुछ पल तालियां बजाये. आज करोड़ों देशवासी तालियों की गड़गड़ाहट के साथ इन युवाओं का सम्मान कर रहे हैं.
हिंदुस्तान के बंटवारे का दर्द आज भी सीने को छलनी करता है. यह सबसे बड़ी त्रासदी है. अब से हर 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में याद किया जाएगा. यह अत्याचार सहने वालों को हर भारतवासी की तरफ से आदरपूर्वक श्रद्धांजलि है.
भारत को वैक्सीन के लिए किसी और देश पर निर्भर नहीं होना पड़ा. पल भर के लिए सोचिए अगर भारत के पास अपनी वैक्सीन नहीं होती तो क्या होता. वैक्सीन कैसे मिलती, भारत को मिलती या नहीं. आज गर्व से कह सकते हैं, कि दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन प्रोग्राम हमारे यहां चल रहा है.
सब का साथ-सब का विकास-सबका विश्वास. इसी श्रद्धा के साथ हम सब जुट चुके हैं. सबका साथ-सब का विकास-सब का विश्वास और अब सबका प्रयास हमारे लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए बहुत महत्वपूर्ण है.
सरकार अपनी अलग-अलग योजनाओं के तहत जो चावल गरीबों को देती है, उसे पोषण युक्त करेग. राशन दुकानों, मिड डे मील, 2024 तक हर योजना के तहत मिलने वाला चावल पोषण युक्त कर दिया जायेगा.
स्वामी विवेकानंद जब मां भारती की भव्यता का दर्शन करते थे, तो कहते थे कि अतीत की ओर देखो, जो चिर नूतन झरना बह रहा है, उसका जल पियो. फिर सामने देखो, आगे बढ़ो और भारत को पहले से भी कहीं ज्यादा महान और श्रेष्ठ बनाओ. यह अब हमारा दायित्व है.
जल्द ही गति शक्ति स्कीम का नेशनल मास्टर प्लान हम आपके सामने लायेंगे. 100 लाख करोड़ से भी ज्यादा की योजना लाखों नौजवानों के लिए रोजगार लायेगी. यह नेशनल इन्फ्रास्ट्रक्चर का मास्टर प्लान होगा, जो इकोनॉमी को इंटीग्रेटेड पाथ-वे देगा.
केंद्र या राज्य के सभी विभाग नियमों-प्रक्रियाओं की समीक्षा का अभियान चलाये, जो नियम बोझ हैं, उन्हें दूर करना होगा. पता है कि 70-75 साल में जमा हुआ हो, एक दिन या तुरंत नहीं जायेगा, पर मन बनाकर काम करना होगा.
मुझे लाखों बेटियों के संदेश मिलते थे, कि सैनिक स्कूल में पढ़ना चाहती हैं. ढाई साल पहले मिजोरम के सैनिक स्कूल में बेटियों को प्रवेश देने का प्रयोग किया था. अब तय किया है कि देश के सभी सैनिक स्कूलों को देश की बेटियों के लिए भी खोल दिया जायेगा.
भारत आज जो भी कार्य कर रहा है. उसमें सबसे बड़ा लक्ष्य है, जो भारत को क्वांटम जंप देने वाला है. वो है ग्रीन हाइड्रोजन का क्षेत्र. मैं आज तिरंगे की साक्षी में नेशनल हाइड्रोजन मिशन की घोषणा कर रहा हूं.
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डॉ राधाकृष्णन जी ज्ञान के सागर थे