पूर्व केंद्रीय मंत्री व बिहार के दिग्गज नेता रघुवंश प्रसाद सिंह का एम्स दिल्ली में निधन
बेबाक अड्डा, दिल्ली
राजद पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्षरघुवंश प्रसाद सिंह ने एक ट्वीट कर कहा था की”बिहार में सत्ता के संरक्षण में अपराध का खेल चल रहा है. राज्य में अपराधी बेख़ौफ़ हो चुके हैं. गोपालगंज में जेडीयू के नेता पुलिस प्रसाशन को खुली चुनौती दे रहे हैं. बिहार में बढ़ते अपराध के ख़िलाफ़ बड़ा आंदोलन शुरू होगा और यह आंदोलन सरकार को हटाने तक चलेगा.” वे अब हमारे बीच नहीं हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री व बिहार के दिग्गज नेता रघुवंश प्रसाद सिंह एम्स दिल्ली में आखरी सांस ली. वे कोविड-19 वायरस से संक्रमित थे.
राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के करीबी नेता रहे रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शोक जताया है. कुछ दिन पूर्व उन्होंने राजद पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था.
दिग्गज नेता का जन्म वैशाली बिहार में हुआ था
राष्ट्रीय जनता दल के दिग्गज नेता व बिहार के वैशाली क्षेत्र के सांसद डॉ रघुवंश प्रसाद सिंह का जन्म 6 जून 1946 को वैशाली के शाहपुर में हुआ था. उन्होंने बिहार यूनिवर्सिटी से गणित में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की थी.
शून्य से शिखर तक की यात्रा की
युवावस्था में उन्होंने लोकनायक जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में हुए आंदोलनों में भाग लिया था. वर्ष 1973 में संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी का सचिव बनाये गये. वर्ष 1977 से 1990 तक वे बिहार कोटा से राज्यसभा के सदस्य रहे. वर्ष1977 से 1979 तक वे बिहार में ऊर्जा मंत्री रहे. उन्हें लोकदल का अध्यक्ष भी बनाया गया था. वर्ष 1985 से 1990 के दौरान वे लोक लेखांकन समिति के अध्यक्ष पद को सुशोभित करते रहे. वर्ष 1990 में उन्होंने बिहार विधानसभा के सहायक स्पीकर का कार्यभार संभाला था. लोकसभा के सदस्य के रूप में उनका पहला कार्यकाल वर्ष 1996 से प्रारंभ हुआ था. वे वर्ष 1996 के लोकसभा चुनाव में निर्वाचित भी हुए. पहली बार उन्हें बिहार राज्य के लिए केंद्रीय पशुपालन और डेयरी उद्योग राज्यमंत्री बनाया गया था. वर्ष 1998 में दूसरी बार वे लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए. वर्ष 1999 में तीसरी बार लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए. अपने इस कार्यकाल में वे गृह मामलों की समिति के सदस्य रहे थे. वर्ष 2004 में चौथी बार उन्हें लोकसभा सदस्य के रूप में चुना गया था. 23 मई 2004 से 2009 तक वे ग्रामीण विकास विभाग में केंद्रीय मंत्री रहे. वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में वे पांचवी बार जीत दर्ज की.
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