14 March 2025

bebaakadda

कहो खुल के

भागलपुर में बिहार पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया

भागलपुर में बिहार पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया, दुर्गा पूजा की छुट्टी मनाने अपने गांव मड़वा आये एक इंजीनियर को बिहपुर पुलिस ने पीट-पीटकर मार डाला, एनएच जाम, आरोपी थानेदार सस्पेंड
 
बेबाक अड्डा, भागलपुर
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के दौरान बिहार पुलिस का मानवीय चेहरा फिर एक बार सामने आया है. दुर्गा पूजा की छुट्टी मनाने अपने गांव मड़वा (भागलपुर) आये इंजीनियर आशुतोष कुमार को बिहपुर पुलिस ने कथित तौर पर थाने में पीट-पीट कर मार डाला. बैरियर हटाने को लेकर मामूली विवाद में इस घटना को अंजाम दिया गया. इस घटना के विरोध में स्थानीय लोगों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-31 को घंटो जाम कर दिया. घटनास्थल पर पहुंचे एसपी स्वप्नाजी मेश्राम ने आक्रोश को देखते हुए थानेदार रंजीत कुमार को निलंबित कर दिया. एसपी ने बताया कि घटना में कुछ और पुलिसकर्मियों की संलिप्तता की जांच नवगछिया के पुलिस उपाधीक्षक से कराई जा रही है. जांच रिपोर्ट आने पर अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी. भागलपुर के डीएम प्रणब कुमार ने मृत इंजीनियर के शव का पोस्टमार्टम मजिस्ट्रेट की निगरानी में कराने का आदेश दिया. मजिस्ट्रेट की तैनाती में पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी कराई गयी है
 
क्या है घटना
भागलपुर जिला स्थित नवगछिया अनुमंडल के बिहपुर थाना क्षेत्र में बीते सोमवार को इंजीनियर आशुतोष कुमार दुर्गा पूजा की छुट्टी मनाने गांव आए हुए थे. बगल के गांव महंत चौक पर बैरियर हटाने को लेकर एक युवक से विवाद हो गया था. विवाद इतना बढ़ गया कि हाथापाई की नौबत आ गई. घटना की सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस की टीम मौके पर पहुंची. इंजीनियर व युवक को समझाने-बुझाने की बजाए आशुतोष की पिटाई शुरू कर दी. पुलिस बालों का इससे भी मन नहीं भरा तो उसे उठाकर थाने ले आई. थाने में भी इंजीनियर की जबरदस्त पिटाई की गई. तबीयत बिगड़ने पर उसे नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन, इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. इस घटना से गांव के लोगों में पुलिस के खिलाफ भारी गुस्सा है.
 
मृतक के भाई सूरज पाठक का आरोप
 
मृतक के भाई सूरज पाठक ने आरोप लगाया है कि पुलिस द्वारा बेरहमी से भाई की पिटाई किये जाने से उनकी हालत खराब हो गई थी. आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया. जहां उनकी मौत हो गई. 
 
मृतक के परिजनों की शिकायत पर कार्रवाई हुई
 
घटना के बाद मृतक के परिजनों द्वारा थानाध्यक्ष सहित अन्य चार अज्ञात पुलिसकर्मियों के विरुद्ध शिकायत की गई थी. पुलिस अधीक्षक ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए शिकायत के आधार पर तत्काल थानाध्यक्ष रंजीत कुमार को निलंबित कर दिया

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