पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का निधन, सात दिन का राष्ट्रीय शोक
बेबाक अड्डा, दिल्ली
रिसर्च एंड रेफरल हॉस्पिटल में भर्ती भारत रत्न सह पूर्व राष्ट्रपति 84 वर्षीय प्रणब मुखर्जी का सोमवार की शाम 4:30 बजे दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. उनके निधन पर सात दिन (31 अगस्त से 6 सितंबर 2020) का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है.
राजकीय शोक के दौरान देश भर में उन सभी भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा, जहां ध्वज लगा रहता है. मेडिकल टीम के अनुसार वे कोविड-19 से संक्रमण होने के साथ-साथ उनका फेफड़ा भी संक्रमित था. इस वजह से रविवार को उन्हें सेप्टिक शॉक भी आया था. मुखर्जी 2012 से 2017 तक देश के 13वें राष्ट्रपति रहे. पुत्र अभिजीत मुखर्जी ने ट्वीट कर जानकारी दी कि मेरे पिता प्रणब मुखर्जी का अभी कुछ समय पहले निधन हो गया. भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित देश के बड़े-बड़े हस्तियों ने उनके निधन पर दुख व्यक्त किया है. राष्ट्रपति ने ट्वीट कर कहा है कि उन्होंने सार्वजनिक जीवन में एक विराट कद हासिल किया. भारत माता की सेवा एक संत की तरह की. एक विलक्षण सपूत के चले जाने से समूचा राष्ट्र शोकाकुल है. प्रधानमंत्री ने उन्हें सर्वोत्कृष्ट विद्वान एवं उच्च कोटि का राजनीतिज्ञ बताया. वे देश के विकास में अमित छाप छोड़ गए हैं.जिनकी सभी राजनीतिक दलों और समाज के सभी वर्गों द्वारा प्रशंसा की जाती थी. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रणब मुखर्जी के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए उनके परिवार और मित्रों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त किया है
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